Republic Day Speech In Hindi | गणतंत्र दिवस पर भाषण
गणतंत्र दिवस पर भाषण
भाषण क्रमांक - १
यहाँ पर उपस्थित आदरणीय गुरुजनों को और मेरे सहपाठियों को ' गणतंत्र दिवस ' की ढेर सारी शुभकामनाएं । आज २६ जनवरी है, इस दिन की विशेषता और इस दिन पर मेरे विचार व्यक्त करने हेतु मैं _ _ _ _ यहाँ उपस्थित हूँ ।
Republic Day Speech In Hindi |
२६ जनवरी यह दिन संपूर्ण विश्व के लिए एक आम दिन होगा परंतु हम भारतवासियों के लिए आज का यह दिन एक खास दिन है । क्यों ? क्योंकि आज ही के दिन अर्थात् २६ जनवरी, १९५० को हमने संविधान का स्वीकार किया था; इसलिए २६ जनवरी यह दिन हम भारतवासियों के लिए एक खास दिन है । जिसे हम ' गणतंत्र दिवस ' के रूप में मनाते हैं ।
' संविधान ' अर्थात् वह किताब जिसमें एक देश को चलाने के लिए विविध नियम लिखित रूप में होते है । इस संविधान रूपी किताब को बनाने के लिए ' डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर जी ' को २ वर्ष, ११ महीने और १८ दिनों का समय लगा था । एक भारतीय होने के नाते हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है ।
मेरे प्यारे सहपाठियों, इस बात को याद रखो, संविधान पर सिर्फ गर्व करते रहोगे तो वह समय नज़दीक है; जब हम किसी के गुलाम बने हुए नज़र आएंगे । हमारे अधिकारों को हमारी आँखों के आगे छीना जाएगा । आज उस संविधान पर गर्व करने की नहीं बल्कि उस संविधान को पढ़ने की जरूरत है । क्यों ? क्योंकि " आज़ाद भारत की आज़ादी को कायम रखने की जिम्मेदारी अब हमारी है । "
अंत में मैं बस यही कहना चाहूँगा . . .
नफरत बुरी है, ना पालो इसे;
दिलों में खलिश है, निकालो इसे ।
न तेरा, न मेरा, न इसका, न उसका;
यह सब का वतन है, संभालो इसे ।।
गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं ।
गणतंत्र दिवस पर भाषण
भाषण क्रमांक - २
यहाँ पर उपस्थित आदरणीय गुरुजनों और मेरे सहपाठियों को ' गणतंत्र दिवस ' की ढेर सारी शुभकामनाएं । २६ जनवरी की विशेषता और इस दिन पर मेरे विचार व्यक्त करने हेतु मैं _ _ _ _ यहाँ उपस्थित हूँ ।
१५ अगस्त, १९४७ को भारत आज़ाद होने के बाद; इस आज़ाद भारत को सुचारू रूप से चलाने हेतु ' संविधान ' की जरूरत थी । इस कठिन कार्य को पूरा करने के लिए उस समय के सबसे बुद्धिमान भारतीय ' डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर जी ' की मदद ली गई ।
०२ वर्ष, ११ महीने और १८ दिनों के कठिन परिश्रम के बाद अंबेडकर जी द्वारा लिखित भारत का भाग्य अर्थात् भारत का संविधान सामने आया । एक भारतीय होने के नाते हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है ।
संविधान राष्ट्र को समर्पित उस महान ग्रंथ को कहा जाता है; जिस में सभी नियम लिखित रूप में होते है और उन्ही नियमों के आधार पर संपूर्ण देश में शासन किया जाता है । उन नियमों की अवहेलना कोई भी व्यक्ति या संघटन नहीं कर सकता ।
आज़ाद भारत की आज़ादी को कायम रखने के लिए हमें संविधान रूपी हथियार उठाना होगा । यह एक ऐसा हथियार है जिसका उपयोग करने से न किसी का रक्त बहेगा और न किसी की मृत्यु होगी । हमारा दुर्भाग्य यह है कि इस शक्तिशाली हथियार को चलाने की तालीम न हमें दी जाती हैं और न हम खुद से सीखते हैं ।
अंत में एक गीत की कुछ पंक्ति याद दिलाकर मैं अपने भाषण को विराम देना चाहूँगा ।
पंक्ति है,
" बच्चों तुम तकदीर हो, कल के हिंदुस्थान की । " ( अर्थात् हम तकदीर हैं, कल के भारत की । )
धन्यवाद ।
Republic Day Speech In Hindi
Gantantra diwas Bhashan
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