Farewell Speech in Hindi | Vidai Samaroh Bhashan Hindi Me
Farewell Speech in Hindi | विदाई समारोह के लिए हिंदी में भाषण
मेरे प्यारे पाठकों,
आपमें से कईयों को विदाई में अर्थात् Farewell में भाषण देते वक्त क्या बोलना चाहिए ? फेयरवेल स्पीच की शुरुवात कैसे करें ? विदाई समारोह के लिए दो शब्द ? विदाई के समय क्या बोलना चाहिए ? आदि कई प्रश्नों से गुजरना पड़ता है । Farewell Speech For Students In Hindi । विद्यार्थियों के लिए हिंदी में विदाई भाषण । इस Blog में आप को इन्ह प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे और एक Short Farewell Speech भी मिलेगी । यह Farewell Speech विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु होगी ।
- Farewell Meaning In Hindi ? फेयरवेल का अर्थ क्या है ?
Farewell का अर्थ है विदाई । जब कोई सेवानिवृत्त हो, कोई अपने कार्य से इस्तीफ़ा दे दे या विद्यालय में विद्यार्थियों का अंतिम दिन हो ( जैसे - कक्षा दसवीं, बारावीं आदि ) तो उन के लिए Farewell का आयोजन किया जाता है । विदाई समारोह में नाच - गाना भी होता है, खाना - पीना भी होता है, विचारों और अनुभवों का आदान - प्रदान भी होता है । यह विदाई समारोह आपसी सहयोग से या संस्थान द्वारा आयोजित किया जाता है ।
- What Should I Say In A Farewell Speech ? / What Do You Say In A Farewell Speech ? Farewell में भाषण देते वक्त क्या बोलना चाहिए ?
विदाई समारोह में भाषण देने के लिए जब आपका चुनाव किया जाएगा तब आपके मन में भी यह प्रश्न उपस्थित होगा । ऐसे समय न आपको हड़बड़ाना है, न घबराना है, न इंटरनेट से Speech Copy करना है । आप को कुछ समय एकांत में गुजरना है और इन दस सालों में बिताए कुछ यादगार पल, कुछ खट्टी - मीठी यादों को याद करना है । आप अपने दस साल के अनुभवों को अपने भाषण में शामिल करोगे तो वह भाषण अधिक प्रभावी होगा । इंटरनेट पर उपलब्ध भाषणों को सिर्फ अपने भाषण की रूपरेखा के लिए इस्तेमाल करें अन्यथा वे भाषण आप के लिए बनावटी साबित होंगे । आप आपके भाषण में - विद्यालय से जुड़ी, शिक्षक या शिक्षाकोंत्तर कर्मचारियों से जुड़े कुछ खट्टे - मीठे पलों को बता सकते हो । आप अपने प्रिय शिक्षक के बारे में, वह क्यों पसंद है इस बारे में भी बता सकते है या ऐसे शिक्षक जिन्हे आपके किसी कार्य से दुःख हुआ हो और आप उन से माफ़ी मांगना चाहते हो आप उसे भी अपने भाषण में शामिल कर सकते हो । आप आपके शिक्षक का कोई एक वाक्य / Dialogue जो आप को बहुत पसंद हो आप उसे भी अपने भाषण का हिस्सा बना सकते हो । आप किसी मजाक को अपने भाषण में लाना चाहते हो तो मजाक हलका - फुलका ही हो । विद्यालय के अंतिम दिन हमारी बातों से किसी को भी चोट न पहुँचे इस बात का हमें खास ध्यान रखना होगा ।
आप शायरी, कहावत, सुविचार, आदि का उपयोग भी अपने भाषण में कर सकते हो ।
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- How Do I Start A Farewell Speech ? फेयरवेल स्पीच की शुरुवात कैसे करें ?
फेयरवेल स्पीच देने के लिए जब आपका नाम पुकारा जाएगा और आप जब भाषण देने के स्थान पर पहुंचेंगे तब माहौल शांत होने का इंतजार करें । तदुपरांत संचालक ( Program Anchor ) को धन्यवाद देकर अपने विदाई भाषण को शुरू कर सकते हो ।
भाषण की शुरुवात में हमें उपस्थितों के लिए आदर सूचक, प्रेम सूचक शब्दों का उपयोग करना होगा ।
जैसे - उपस्थित माननीय प्रबंधकगण ( Management ), आदरणीय प्राचार्य / प्रचार्या ( Headmaster / Headmistress ), माननीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियों आदि ।
- विदाई समारोह के लिए दो शब्द :
अपने भाषण में आप शायरी, सुविचार, कहावत, अपने से बनाए हुए या अपने शिक्षक द्वारा कहे गए किसी Dialogue का उपयोग कर सकते हो । शिक्षक द्वारा कहे गए किसी Dialogue का उपयोग कर रहे हो तो ऐसे Dialogue का उपयोग करो जिससे सभी परिचित हो । इससे शांत माहौल में कुछ समय के लिए ऊर्जा भर जाती है । जिस शिक्षक का Dialogue था आप को उस शिक्षक का नाम भी नहीं लेना पड़ता उपस्थित सहपाठी उस शिक्षक का नाम लेने लग जाते है । सभी का ध्यान आप के ओर ही लगा रहेगा कि आप आगे क्या बोलने वाले हो ।
अगर आप अपने से ही विदाई समारोह के लिए दो शब्द बनाना चाहते हो तो लयात्मक शब्दों ( Rhyming Words ) का उपयोग करो ।
आप अपने भाषण की मिजाज़ के अनुरूप ही सुविचार, कहावत, शायरी, या Dialogue का उपयोग करे । जैसे -
• सपनों की राह में, हम अपनो को पीछे छोड़ रहे हैं ।
• करत - करत अभ्यास से जड़ मति होत सूजन ।
• नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है ।
Farewell Speech In Hindi |
Farewell Speech in Hindi | विदाई समारोह के लिए हिंदी में भाषण
यहाँ पर उपस्थित मेरे प्यारे सहपाठियों, आदरणीय गुरुजनों तथा विद्यालय को सुचारू रूप से चलाने हेतु सहयोग देनेवाले उन तमाम व्यक्तियों को मेरा शत - शत - नमन ।
आज हमारा Farewell अर्थात विदाई समारोह है । इस अवसर पर मेरे कुछ सहपाठी विद्यालय और शिक्षकों से जुड़ी अपनी कुछ खट्टी - मीठी अनुभूतियों को हम सबके समक्ष उजागर कर रहें थे । तो कुछ उन यादों में अपने आप को तलाश ने का प्रयत्न कर रहें थे । दस वर्ष के इस लंबे सफर में इस मंदिर रूपी विद्यालय ने, इन्ह ईश्वर रूपी शिक्षकों ने हमें अतुलनीय ज्ञान दिया । जिन्हें पाने की इच्छा थी, उन्होंने बहुत कुछ पा लिया । राह भटके विद्यार्थियों को उचित राह दिखाई गई, थके मन में नई उम्मीद जगाई गई ।
अपने रोते हुए एक बच्चे को चुप कराते - कराते कभी कभार माँ के पसीने छूट जाते है । यहाँ माता रूपी शिक्षिकाओं ने कई - कई रोते हुए बच्चों को अपनी ज्ञान रूपी ममता से चुप कराया ।
कलम पकड़ना ही नहीं, बल्कि इस लायक भी बनाया कि साधारण सी कलम की असाधारण शक्ति का उपयोग कर सके ।
आज का यह दिन सुखद है, क्यों....? क्योंकि हम अपने सपने पूर्ण करने की राह में एक कदम आगे बढ़ रहे है और आज का यह दिन उतना ही दुःखद भी है, क्यों....? क्योंकि सपनों की राह में, हमारे अपने ( शिक्षक ) पीछे छूट रहे हैं । मेरे प्यारे शिक्षकों मेरी ओर से आप सभी को यह अंतिम नमन । आपके द्वारा दिए ज्ञान के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद ।
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• YouTube: Mr. Suryawanshi
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