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Billi Ka Bilanguda Swadhyay Class 9th | बिल्ली का बिलंगुड़ा स्वाध्याय कक्षा ९ वीं

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बिल्ली का बिलंगुड़ा स्वाध्याय | Billi Ka Bilanguda Swadhyay नमस्ते पाठकों, इस ब्लॉग में ' बिल्ली का बिलंगुड़ा '  इस पाठ का स्वाध्याय दिया गया है । यह पाठ कक्षा ९ वीं का दूसरा पाठ है | 2. Billi Ka Bilanguda Swadhyay Class 9th  (१) सूचनानुसार कृतियाँ कीजिए :- क) संजाल:  घर में बिल्‍ली पालने के कारण १) लेखक के घर में बहुत चूहे हो जाना  २) चूहों को घर से निकालने के बहुतेरे प्रयत्न किए जाने पर भी लेखक के परिवार की एक न चलना  ३) मित्रों से किया गया परामर्श ४) बिल्ली पालने के प्रस्ताव पर किसी को आपत्ति न होना  ५) पुरानी विचारधारा और परंपरा का घपले में पड़ जाना  ख) कहानी के प्रमुख पात्र: १) बिल्ली २) लेखक ३) अमरु  ४) थानेदार (२) उत्‍तर लिखिए : * बिल्‍ली के रवैये में आया परिवर्तन -  १. वह घर के सदस्यों के आगे - पीछे फिरने की बजाय वह रसोई के आसपास कोने में दुबक कर बैठ जाती ।  २. जब मौका लगता, मजे से जो जी में आता खाती ।  YouTube video के लिए Link 👇 https://youtube.com/shorts/FEx_wmL3ffY (3) स्‍पष्‍ट कीजिए : * घर के सदस्‍यों का बिल्‍ली के प्रति व्यवहार  पहले और बाद में -  खान - पहले :

Apne Parisar Me Lavaris Janvaron Ki Badhati Sankhya Yev Unse Hone Vali Pareshaniyon Ke Bare Me Sambandhit Adhikari ko Patra Likhkar Suchana Dijiye

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  अपने परिसर में लावारिस जानवरों की बढ़ती संख्या एवं उनसे हाेने वाली परेशानियों के बारे में संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर सूचना दीजिए । कक्षा ९ वीं | २. बिल्‍ली का बिलंगुड़ा Apne Parisar Me Lavaris Janvaron Ki Badhati Sankhya Yev Unse Hone Vali Pareshaniyon Ke Bare Me Sambandhit Adhikari ko Patra Likhkar Suchana Dijiye | 2. Billi Ka Bilanguda | Class 9  ३० जून, २०२४ सेवा में,   माननीय विभाग अधिकारी बृहन्मुंबई महानगर पालिका,   महापालिका मार्ग, मुंबई ।  Mahanagarpalika@gmail.com विषय: परिसर में लावारिस जानवरों की बढ़ती संख्या एवं उनसे होने वाली परेशानियों के बारे में सूचना । मा. महोदय, मेरा नाम सुजाता है । मैं माहिम की निवासी हूँ ।  हमारे परिसर में पिछले कुछ समय से लावारिस जानवरों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो गई है । विशेष रूप से, कुत्तों और गायों का झुंड परिसर में घूमता रहता है । जिससे हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । लावारिस कुत्तों के झुंड के कारण परिसर में बच्चों और बुजुर्गों को आने - जाने में डर लगा रहता है । कई बार कुत्तों ने लोगों पर हमला भी किया है । दिन -

Bharat Mahima Swadhyay | Class 10Th Poem 1 | Mr. Suryawanshi | भारत महिमा स्वाध्याय कक्षा दसवीं स्वाध्याय

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  १. भारत महिमा स्वाध्याय / 1. Bharat Mahima Swadhyay MrSuryawanshi.Com नमस्ते पाठकों, इस ब्लॉग में कक्षा १० वीं की पहली कविता भारत महिमा का स्वाध्याय ( 1. Bharat Mahima Swadhyay | Class 10th ) दिया गया है । * सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :- (१) निम्‍नलिखित पंक्तियों का तात्‍पर्य लिखिए : सबसे पहले हमें तात्पर्य लिखने के लिए कहा गया है । तात्पर्य अर्थात इन पद्यांशों से कवि कहना क्या चाहते हैं । १. कहीं से हम आए थे नहीं .................................... उत्तर: "कहीं से हम आए थे नहीं..." का तात्पर्य यह है कि हम किसी अन्य स्थान से नहीं आए हैं बल्कि हमारी उत्पत्ति और अस्तित्व यहीं पर है । इसका अर्थ यह है कि हमारी जड़ें, हमारी संस्कृति और हमारी पहचान इस धरती से ही हैं । हम किसी बाहरी स्थान या संस्कृति से नहीं आए हैं बल्कि हम इस भूमि के प्राकृतिक और मौलिक अंग हैं । २. वही हम दिव्य आर्य संतान .................................... उत्तर: यह पंक्ति हमें हमारी पहचान और विरासत का स्मरण कराती है । यह बताती है कि हमारे भीतर वही विशेषताएँ और गुण विद्यमान हैं जो हमारे पूर्वजों में थे ।

मन कविता स्वाध्याय [ 4. Man Poem Question Answer Class 10th Hindi]

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 मन कविता स्वाध्याय  नमस्ते पाठकों,  इस ब्लॉग में मन कविता का स्वध्याय [ 4. Man Poem Class 10Th ] दिया गया है । मन कविता कक्षा १० वीं कविता है । मन कविता के प्रश्न उत्तर आपकी सहायता जरूर करेंगे ।  मन कविता प्रश्न उत्तर | Mr. Suryawanshi  पहला प्रश्न हमें संदेश लिखने के लिए है ।  प्रश्न: १) निम्नलिखित हाइकु द्वारा मिलने वाला संदेश १) करते जाओ पाने की मत सोचो जीवन सरा । उत्तर: " करते जाओ पाने की मत सोचो जीवन सरा । " इस हाइकु से कवि हमें यह संदेश देना चाहते है कि हमें संपूर्ण जीवन बिना पाने की चाह रखते हुए कार्य करते रहना है ।    २) भीतरी कुंठा नयनों के द्वार से आई बाहर ।  उत्तर:  " भीतरी कुंठा नयनों के द्वार से आई बाहर । " इस हाइकु से हमें संदेश मिलता है कि व्यक्ति की परेशानी, उसका दुख उसकी आँखों से पता चलता है । प्रश्न: २) दूसरा प्रश्न हमें कृति करने के लिए दिया गया है हमें हाइकु में प्रयुक्त महीना और उसका ऋतु खोजने के लिए कहा गया है । हाइकु में फागुन महीना आया है और फागुन महीने में आने वाला ऋतु बसंत है । तो हमारा उत्तर हुआ : फागुन / फाल्गुन, बसंत  प्रश्न: ३) तीसरे

Vaktrutva Pratiyogita Me Pratham Sthan Pane Ke Uplaksh Mein Aapke Mitra Saheli Ne Aapko Badhayi Patra Bheja Hai Use Dhanyawad Dete Huye Nimnya Prarup Me Patra Likhiye

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  वक्‍तृत्‍व प्रतियोगिता में प्रथम स्‍थान पाने के उपलक्ष्य में आपके मित्र / सहेली ने आपको बधाई पत्र भेजा है, उसे धन्यवाद देते हुए निम्‍न प्रारूप में पत्र लिखिए : | कक्षा १० वीं मन कविता स्वाध्याय | Badhayi Patra | Class 10Th Patra Lekhan | Mr. Suryawanshi  २० अगस्त, २०२४ प्रिय मित्र मोहन,  नमस्कार ! Mohan@gmail.com तुम्हारा पत्र मिला । पत्र पढ़कर बहुत खुशी हुई । बधाई के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद मित्र । मेरी इस उपलब्धि में तुम्हारा भी हक्क है । मुझे याद है कि तुम हमेशा से ही मुझे मंच पर जाने के लिए प्रोत्साहित करते थे । कक्षा सातवीं में जब मैं मंच पर जाने के लिए डर रहा था तब तुमने ही तो मेरा डर छूमंतर किया था । उसीका नतीजा है कि आज मैं बेझिजक मंच पर खड़े रहकर बोल सकता हूँ ।  मित्र, मेरी इस सफलता में तुम्हारे साथ ही साथ मेरी अध्यापिका सुजाता गायकवाड जी का भी हाथ है । तुमने मेरा डर भगाया और मेरी शिक्षिका ने मुझे सतत मार्गदर्शन किया । मैं दोनों का ही आभारी हूँ । मैं फिर से एक बार तुम्हे धन्यवाद कहता हूँ । तुम्हारे  माता - पिता को मेरा प्रणाम कहना । तुम्हारा मित्र, राजेश वाघमारे भीमनगर, कां