Vaktrutva Pratiyogita Me Pratham Sthan Pane Ke Uplaksh Mein Aapke Mitra Saheli Ne Aapko Badhayi Patra Bheja Hai Use Dhanyawad Dete Huye Nimnya Prarup Me Patra Likhiye
वक्तृत्व प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने के उपलक्ष्य में आपके मित्र / सहेली ने आपको बधाई पत्र भेजा है, उसे धन्यवाद देते हुए निम्न प्रारूप में पत्र लिखिए : | कक्षा १० वीं मन कविता स्वाध्याय | Badhayi Patra | Class 10Th
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Patra Lekhan | Mr. Suryawanshi |
२० अगस्त, २०२४
प्रिय मित्र मोहन,
नमस्कार !
Mohan@gmail.com
तुम्हारा पत्र मिला । पत्र पढ़कर बहुत खुशी हुई ।
बधाई के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद मित्र । मेरी इस उपलब्धि में तुम्हारा भी हक्क है । मुझे याद है कि तुम हमेशा से ही मुझे मंच पर जाने के लिए प्रोत्साहित करते थे । कक्षा सातवीं में जब मैं मंच पर जाने के लिए डर रहा था तब तुमने ही तो मेरा डर छूमंतर किया था । उसीका नतीजा है कि आज मैं बेझिजक मंच पर खड़े रहकर बोल सकता हूँ ।
मित्र, मेरी इस सफलता में तुम्हारे साथ ही साथ मेरी अध्यापिका सुजाता गायकवाड जी का भी हाथ है । तुमने मेरा डर भगाया और मेरी शिक्षिका ने मुझे सतत मार्गदर्शन किया । मैं दोनों का ही आभारी हूँ । मैं फिर से एक बार तुम्हे धन्यवाद कहता हूँ ।
तुम्हारे माता - पिता को मेरा प्रणाम कहना ।
तुम्हारा मित्र,
राजेश वाघमारे
भीमनगर, कांदिवली,
मुंबई ।
Rajesh@gmail.com
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मन कविता स्पष्टीकरण | 👇
https://www.mrsuryawanshi.com/2023/06/man-kavita-hindi-10th-class.html
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