Bharatiy Sanskrit Ke Darshan Dehaton Me Hote Hai | भारतीय संस्कृति के दर्शन देहातों में होते है
४. गाँव-शहर इस कविता का स्वाध्याय के अंतर्गत आया प्रश्न भारतीय संस्कृति के दर्शन देहातों में होते हैं का एक उदाहरण उत्तर यहाँ देने का प्रयास किया गया है । दिए गए उत्तर को पढ़ कर आप स्वयं का उत्तर बनाने का प्रयास कर सकते हैं
भारतीय संस्कृति के दर्शन देहातों में होते हैं इस तथ्य पर अपने विचार लिखो | Bharatiy Sanskrit Ke Darshan Dehaton Me Hote Hai | Gaon Shahar Kavita Swadhyay
उत्तर: शहरी जीवन बहुत भाग – दौड़ वाला जीवन है । यहाँ सभी रीति – रिवाजों को पारंपरिक तौर पर मानना और मनाना संभव नहीं है । शहर में नाम मात्र भारतीय संस्कृति के दर्शन हो सकते है ।
देहाती लोग आज भी अपनी संस्कृति से जुड़े हैं । वे आज भी पारंपरिक नृत्यों, गीतों का आयोजन करते हैं; उसमें बढ़ – चढ़कर हिस्सा लेते हैं। पारंपरिक वेश भूषा में नजर आते हैं। उनके घर हो, बर्तन हो, बोली हो या उनका त्योहारों को मनाने का तरीका हो पारंपरिक स्पर्श देहातों में हर जगह पर नजर आता है ।
देहाती लोग अपने रीति – रिवाज, अपनी परंपरा पर गर्व करते है इसलिए कहा जाता है कि भारतीय संस्कृति देखनी हो तो देहातों का रुख करना चाहिए।
उत्तर : २
भारतीय संस्कृति देहातों में अद्वितीय रूप से प्रतिष्ठित है। यहाँ के लोग अपनी परंपराएं, कला, और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से समृद्धि और समृद्धिशीलता का पूरा सानिध्य बनाए रखते हैं। देहातों में स्थानीय विविधता, संगीत, नृत्य, और लोककथाएं इस संस्कृति को विशेष बनाती हैं, जो भारतीय जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस प्रकार, देहाती भारत में संस्कृति न केवल एक ऐतिहासिक धारोहर है, बल्कि यह समृद्धि और समृद्धिशीलता का एक स्रोत भी है।
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